Bhagavad Gita As It Is DAY-44 (11.18-27)

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KG - Professional Development

15 Qs

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Life Skills, Philosophy, Special Education

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15 questions

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1.

MULTIPLE SELECT QUESTION

5 mins • 1 pt

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अर्जुन किस प्रकार भगवान् का गुणगान करता है? (11.18)

आप परम आद्य ज्ञेय वस्तु हैं

आप इस ब्रह्माण्ड के परम आधार (आश्रय) हैं

आप अव्यय तथा पुराण पुरुष हैं

आप सनातन धर्म के पालक भगवान् हैं

2.

MULTIPLE SELECT QUESTION

5 mins • 1 pt

अर्जुन 16वें श्लोक में "अनेक बाहु" और 19वें श्लोक में फिर से "अनंत बाहु" कहकर पुनरुक्ति क्यों कर रहे हैं? (11.19)

ऐसी पुनरुक्ति साहित्यिक दोष है

कृष्ण की महिमाकी पुनरुक्ति कोई साहित्यिक दोष नहीं है

मोहग्रस्त होने या परमआह्लाद के समय या आश्चर्य होने पर कथनों की पुनरुक्ति हुआ करती है

3.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

5 mins • 1 pt

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अर्जुन किसे भगवान् की आँखों के रूप में देख रहा था? (11.19)

शशिसूर्यनेत्रम् - सूर्य, चंद्र

जय-विजय

अश्विनी कुमार

दिन-रात्रि

4.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

5 mins • 1 pt

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कहीं अर्जुन द्वारा विश्वरूप का दर्शन स्वप्न तो नहीं था? (11.20)

शायद हो सकता है, क्योंकि और तो किसी ने विश्वरूप का दर्शन किया नहीं

बिलकुल नहीं, व्यासदेव की कृपा से संजय व साथ-साथ ही अन्य लोकों के निवासी भी, जिन्हें दिव्यदृष्टि प्रदान की गयी थी, विश्वरूप को देख पाए थे

5.

MULTIPLE SELECT QUESTION

45 sec • 1 pt

अर्जुन ने किन-किनको विश्वरूप से भयभीत होते हुए, हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हुए, भगवान् की शरण लेते हुए और उनकी स्तुति करते हुए देखा?(11.21)

सुरसङघा - समस्त लोकों के देवता

महर्षिसिद्धसङघाः - महर्षियों तथा सिद्धों के समूह

6.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

5 mins • 1 pt

महर्षियों तथा सिद्धों के समूह ने "कल्याण हो" कहने के लिए क्या शब्द बोले? (11.21)

स्वस्ति

कल्याणमस्तु

शुभमस्तु

7.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

5 mins • 1 pt

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विश्वरूप को आश्चर्य से देखने वालों में "पितृगण" को किस शब्द से सूचित किया गया है? (11.22)

विश्वे

वसवः

साध्याः

उष्म-पाः

आदित्याः

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