43. श्रीमद्भगवद्गीता यथारूप_प्रश्नोत्तरी श्रृंखला_9.27–9.31

43. श्रीमद्भगवद्गीता यथारूप_प्रश्नोत्तरी श्रृंखला_9.27–9.31

University

47 Qs

quiz-placeholder

Similar activities

19. श्रीमद्भगवद्गीता यथारूप_प्रश्नोत्तरी श्रृंखला_4.30–4.40

19. श्रीमद्भगवद्गीता यथारूप_प्रश्नोत्तरी श्रृंखला_4.30–4.40

University

49 Qs

Jain Quiz

Jain Quiz

1st Grade - Professional Development

50 Qs

18. श्रीमद्भगवद्गीता यथारूप_प्रश्नोत्तरी श्रृंखला_4.21–4.29

18. श्रीमद्भगवद्गीता यथारूप_प्रश्नोत्तरी श्रृंखला_4.21–4.29

University

51 Qs

43. श्रीमद्भगवद्गीता यथारूप_प्रश्नोत्तरी श्रृंखला_9.27–9.31

43. श्रीमद्भगवद्गीता यथारूप_प्रश्नोत्तरी श्रृंखला_9.27–9.31

Assessment

Quiz

Religious Studies

University

Medium

Created by

Abhay Ram Das

Used 6+ times

FREE Resource

47 questions

Show all answers

1.

OPEN ENDED QUESTION

1 min • 1 pt

कृपया यहाँ पर अपना नाम लिखें ।

Evaluate responses using AI:

OFF

2.

OPEN ENDED QUESTION

3 mins • 1 pt

कृपया यहाँ पर अपनी आयु लिखें ।

Evaluate responses using AI:

OFF

3.

OPEN ENDED QUESTION

1 min • 1 pt

कृपया यहाँ पर अपना मोबाईल नं0 लिखें ।

Evaluate responses using AI:

OFF

4.

OPEN ENDED QUESTION

2 mins • 1 pt

कृपया यहाँ पर अपना पता लिखें ।

Evaluate responses using AI:

OFF

5.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

2 mins • 1 pt

श्लोक संख्या 9.27 के माध्यम से भगवान् श्रीकृष्ण हम जीवों को क्या आदेश देते हैं ?

यह कि प्रत्येक व्यक्ति भगवान् श्रीकृष्ण लिए ही कर्म करे ।

यह कि प्रत्येक व्यक्ति अपने जीवन निर्वाह के लिए स्वयँ उद्यम करे ।

यह कि प्रत्येक व्यक्ति अपनी इच्छाओं के विरुद्ध कर्म करे ।

यह कि प्रत्येक व्यक्ति भौतिक जगत् की गतिविधियों में यथा सामर्थ्य सहयोग करे ।

6.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

2 mins • 1 pt

श्लोक संख्या 9.27 के तात्पर्य में श्रील प्रभुपाद जी ने हम सभी को क्या परामर्श दिया है ?

यह कि हम सभी को अपने जीवन को इस प्रकार से ढालना चाहिए कि हम जीवन की किसी भी दशा में कृष्ण को न भूल सकें ।

यह कि हम सभी को अपना सब कुछ भगवान् श्रीकृष्ण को अर्पित करके ध्यान-साधना हेतु वन की ओर प्रस्थान कर जाना चाहिए ।

यह कि हम सभी को अपने नियत कर्मों सहित समस्त प्रकार के कर्मों को त्याग कर ध्यान समाधि में लीन हो जाना चाहिए ।

यह कि हम सभी को अपने-अपने जीवन निर्वाह के लिए धार्मिक अनुष्ठान करने चाहिए ।

7.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

2 mins • 1 pt

हमें किस प्रकार का भोजन ग्रहण करना चाहिए ?

हमें केवल भगवान् श्रीकृष्ण को अर्पित भोजन के उच्छिष्ट को ग्रहण करना चाहिए ।

हमें केवल शुद्ध शाकाहारी भोजन ही ग्रहण करना चाहिए ।

हमें केवल शुद्ध सात्विक भोजन ही ग्रहण करना चाहिए ।

हमें केवल फल ही ग्रहण करने चाहिए ।

Create a free account and access millions of resources

Create resources

Host any resource

Get auto-graded reports

Google

Continue with Google

Email

Continue with Email

Classlink

Continue with Classlink

Clever

Continue with Clever

or continue with

Microsoft

Microsoft

Apple

Apple

Others

Others

By signing up, you agree to our Terms of Service & Privacy Policy

Already have an account?