Explanation
व्याख्याः
मनुस्मृति में चांडालों के कर्तव्यों की सूची मिलती है। उन्हें गाँव के बाहर रहना होता था। वे फेंके हुए बर्तनों का इस्तेमाल करते थे। रात्रि में वे गाँव और नगरों में चल-फिर नहीं सकते थे। अतः कथन (a) सही है।
चीन से आए बौद्ध भिक्षु फाह्यान (5वीं शताब्दी ई.) का कहना था कि अस्पृश्यों को सड़क पर चलते हुए करताल बजाकर अपने होने की सूचना देनी पड़ती थी। ह्वेनसांग (सातवीं शताब्दी ई.) का कहना था कि वधिक और सफाई करने वालों को नगर से बाहर रहना पड़ता था। अतः कथन (b) सही है।
मनुस्मृति के अनुसार पैतृक जायदाद का माता-पिता की मृत्यु के बाद सभी पुत्रों में समान रूप से बँटवारा किया जाना चाहिये, किंतु ज्येष्ठ पुत्र विशेष भाग का अधिकारी था। अतः कथन (c) भी सही है।
बौद्धों ने इस बात को अंगीकार किया कि समाज में विषमता मौजूद थी, किंतु यह भेद न तो नैसर्गिक थे और न ही स्थायी। बौद्धों ने जन्म के आधार पर सामाजिक प्रतिष्ठा को अस्वीकार किया। अतः कथन (d) गलत है।