Explanation
व्याख्याः
सोलहवीं तथा सत्रहवीं सदी के कृषि इतिहास को समझने के लिये ‘आइन-ए-अकबरी’ प्रमुख स्रोत है। इसे अबुल फज़ल ने लिखा है। इसमें खेतों की नियमित जुताई, करों की उगाही, राज्य व जमींदारों के मध्य संबंधों के नियमन आदि से संबंधित राज्य द्वारा उठाये गए कदमों का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया गया है।
‘आइन-ए-अकबरी’ के लेखन का मुख्य उद्देश्य अकबर के साम्राज्य का एक ऐसा खाका पेश करना था, जहाँ एक मज़बूत सत्ताधारी वर्ग सामाजिक मेल-जोल बनाकर रखता था। अतः कथन (b) सही है।
उल्लेखनीय है कि अबुल फज़ल के अनुसार मुगल राज्य के खिलाफ कोई बगावत या किसी भी किस्म की स्वायत्त सत्ता की दावेदारी का असफल होना तय था। दूसरे शब्दों में किसानों के बारे में जो कुछ हमें आइन-ए-अकबरी से पता चलता है वह सत्ता के ऊँचे गलियारों का नज़रिया है।