Explanation
व्याख्याः युग्म 1, 2 और 3 सही सुमेलित हैं जबकि युग्म 4 सही सुमेलित नहीं है।
उलमा - (आलिम का बहुवचन)- इस्लाम धर्म के ज्ञाता थे। वे धार्मिक, कानूनी तथा अध्ययन संबंधी ज़िम्मेदारी निभाते थे।
जिम्मी- जिम्मी संरक्षित श्रेणी थी, इसमें वे लोग आते थे जो इस्लाम को नहीं मानते थे, जैसे इस्लामी शासकों के क्षेत्र में रहने वाले यहूदी और ईसाई। ये लोग जज़िया नामक कर चुकाकर मुसलमान शासकों द्वारा संरक्षण दिये जाने के अधिकारी हो जाते थे। भारत में इसके अंतर्गत हिन्दुओं को भी शामिल कर लिया गया।
शरिया- शरिया मुसलमान समुदाय को निर्देशित करने वाला कानून है। यह कुरान शरीफ और हदीस पर आधारित है। हदीस का अर्थ है पैगम्बर मोहम्मद साहब से जुड़ी परंपराएँ, जिनके अंतर्गत उनके स्मृत शब्द तथा क्रियाकलाप आते हैं। अरब क्षेत्र से बाहर कियास (सदृशता के आधार पर तर्क) और इजमा (समुदाय की सहमति) को भी कानून का स्रोत माना जाने लगा।
खोजकी- खोजकी लिपि है, जिसका प्रयोग व्यापारी करते थे। इसका उद्भव स्थानीय लंडा अर्थात् व्यापारियों की संक्षिप्त लिपि से हुआ है। पंजाब,सिंध और गुजरात के खोजा लोग लंडा का