मुगल साम्राज्य में मनसबदार और जागीरदार

मुगल साम्राज्य में मनसबदार और जागीरदार

Assessment

Interactive Video

History, Social Studies

9th - 12th Grade

Hard

Created by

Ethan Morris

FREE Resource

यह वीडियो मुगल साम्राज्य के मनसबदार और जागीरदार प्रणाली की व्याख्या करता है। इसमें मनसबदारों की भूमिका, उनकी रैंक और सैलरी प्रणाली, और जागीर प्रणाली की तुलना की गई है। औरंगजेब के शासनकाल में इन प्रणालियों में आए बदलावों और उनके प्रभावों पर भी चर्चा की गई है।

Read more

10 questions

Show all answers

1.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

30 sec • 1 pt

मुगल साम्राज्य के विस्तार के साथ दरबार में किन-किन लोगों को शामिल किया गया?

केवल तुर्क

इरानियन, इंडियन मुस्लिम, अफगान, राजपूत, मराठा

केवल भारतीय

केवल अफगान

2.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

30 sec • 1 pt

मनसबदार की रैंक और सैलरी किसके आधार पर तय होती थी?

जात

उम्र

शिक्षा

अनुभव

3.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

30 sec • 1 pt

मनसबदार की सैन्य जिम्मेदारियों में क्या शामिल था?

नौसेना की देखरेख

किले का निर्माण

राजस्व संग्रह

घुड़सवारों की संख्या मेंटेन करना

4.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

30 sec • 1 pt

जागीर प्रणाली में मनसबदार की सैलरी कैसे तय होती थी?

नकद भुगतान

व्यापार से आय

कृषि उत्पादन

जागीर से प्राप्त राजस्व

5.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

30 sec • 1 pt

दिल्ली सल्तनत के एकता और मुक्ति प्रणाली से जागीर प्रणाली कैसे भिन्न थी?

मनसबदार जागीर में रहते थे

मनसबदार जागीर से बाहर रहते थे

मनसबदार को केवल नकद सैलरी मिलती थी

मनसबदार को कोई जागीर नहीं मिलती थी

6.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

30 sec • 1 pt

औरंगजेब के शासनकाल में मनसबदारों की संख्या बढ़ने से क्या समस्या उत्पन्न हुई?

जागीरों की कमी

किसानों की संख्या में वृद्धि

राजस्व में वृद्धि

सैन्य शक्ति में वृद्धि

7.

MULTIPLE CHOICE QUESTION

30 sec • 1 pt

औरंगजेब के शासनकाल में जागीरदारों ने किसानों पर क्या दबाव डाला?

किसानों को सेना में भर्ती करने का

कम कर वसूलने का

किसानों को जागीर में बसाने का

ज्यादा कर वसूलने का

Create a free account and access millions of resources

Create resources
Host any resource
Get auto-graded reports
or continue with
Microsoft
Apple
Others
By signing up, you agree to our Terms of Service & Privacy Policy
Already have an account?